Uljhan Sargam Notes

Uljhan Super Easy Sargam Notes | Parth Srivastava

अगर आप बांसुरी बजाते है तो बांसुरी का स्केल होगा :- F

ना जाने उलझनों के पीछे क्या हैं बहाने

प़–सा–ग(k)–प—म(t)–प–ध(k)–ध(k)–प–प–ग(k)–रे–ग(k)–म–

दास्तान है बोलो या हैं फ़साने

म—ग–म–प–प–म–रे–ऩि–ऩि–रे–सा–

टिमटिमाती सी हैं ये सर्द रातें

प—म(t)–प–ध(k)–ध(k)–प–प–ग(k)–रे–ग(k)–म–

वो भी हैं यहाँ पे और उनकी बातें

म—ग–म–प–प–म–रे–ऩि–ऩि–रे–सा–

कुछ तो कहा, कुछ तो सुना

प़—सा—ग(k)–रे– प़—सा—म–ग(k)–

कुछ हिल गया है मन में जो ना पता

प़—सा—ध(k)–प–म–रे–ऩि–ऩि—रे—सा–सा–

तुमको पता, हमको पता

प़—सा—ग(k)–रे–सा–रे– प़—सा—म–ग(k)–

दिल से दिल है बाकी, फ़र्ज़ी हैं बातें सारी

ध(k)—प–ध(k)–नि–नि–नि–सां—प—म–ग(k)–रे–सा–सा–

उलझनों के पीछे क्या हैं बहाने

प—म(t)–प–ध(k)–ध(k)–प–प–ग(k)–रे–ग(k)–म–

दास्तान है बोलो या हैं फ़साने

म—ग–म–प–प–म–रे–ऩि–ऩि–रे–सा–

टिमटिमाती सी हैं ये सर्द रातें

प—म(t)–प–ध(k)–ध(k)–प–प–ग(k)–रे–ग(k)–म–

वो भी हैं यहाँ पे और उनकी बातें

म—ग–म–प–प–म–रे–ऩि–ऩि–रे–सा–

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *