अगर आप बांसुरी बजाते है तो बांसुरी का स्केल होगा :- **D**
कर्म जिसे पुकारे
रे–ग—प–रे–ग-रे-सा–ऩि–ऩि–सा–सा–ग–रे–
वो पहुंचे गंगा किनारे
ऩि–रे–म(t)–म(t)–म(t)—प—ग–रे–सा—सा—
ना कर मैली तू गंगा
रे–ग—ग–प–रे–ग-रे-सा–ऩि–ऩि–सा–सा–ग–रे–
तन धोये मन तो गंदा
ऩि–रे–म(t)—म(t)—प—ग–रे–सा—सा—
पलट के फिर ना आनी
रे–ग–ग–ग–प–रे–ग-रे-सा–ऩि–ऩि–सा–सा–ग–रे–
बोली बात और बहता पानी
ऩि–रे–म(t)—म(t)–प—प–ग–रे–सा—सा—
ना कर मैली तू गंगा
रे–ग—ग–प–रे–ग-रे-सा–ऩि–ऩि–सा–सा–ग–रे–
तन धोये मन तो गंदा
ऩि–रे–म(t)—म(t)—प—ग–रे–सा—सा—
मन पावन हो गंगा में डूबे नहाए
ऩि-सा-रे–सा–सा–सा–रे–रे–ग–ग-म-रे–ग—
मन रावण जो लहरों में तूने बहाये
ऩि-रे-म(t)–म(t)–म(t)–म(t)–प–प-ग-ग–रे-सा–सा—
जो चला गया वो लौट के फिर ना आये
ऩि–रे-रे–सा-सा–सा–रे–रे-रे–ग–ग-म-रे–ग—
तेरा कर्म ही है जो संग तेरे ही जाए
ऩि-रे-म(t)-म(t)–म(t)-म(t)–म(t)–प–प-ग-ग–रे–सा–सा—
मन पावन हो गंगा में डूबे नहाए
ऩि-सा-रे–सा–सा–सा–रे–रे–ग–ग-म-रे–ग—
मन रावण जो लहरों में तूने बहाये
ऩि-रे-म(t)–म(t)–म(t)–म(t)–प–प-ग-ग–रे-सा–सा—
हर हर गंगे हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे
ऩि–ऩि–सा–सा–रे–रे–सा–सा–ऩि–ऩि–सा–सा—सा–सा–
हर हर गंगे हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे
ऩि–ऩि–सा–सा–रे–रे–सा–सा–ऩि–ऩि–सा–सा—सा–सा–
हर हर गंगे हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे
ऩि–ऩि–सा–सा–रे–रे–सा–सा–ऩि–ऩि–सा–सा—सा–सा–
हर हर गंगे हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे
ऩि–ऩि–सा–सा–रे–रे–सा–सा–ऩि–ऩि–सा–सा—सा–सा–

