अगर आप बांसुरी बजाते है तो बांसुरी का स्केल होगा :- G#
कायर जो थे वो शायर बने
प—ध-प–ग–ग– ग–ग—म-ग–रे–रे–
अब क्या क्या करें ये इश्क़ में
रे–रे—ग-रे–सा–सा– सा–सा—रे—ऩि–
ना कहते थे कुछ जो लगे खोज में
ग–प—ध—प–ग—रे– ग–ग—म-ग–रे–रे–
क्या लफ्ज़ चुने नए आशिक़ ये
रे–रे—ग-रे–सा–सा– सा–सा—रे-सा–ऩि–
इश्क़ में तेरे हैं फैज़ बने
ध—नि—सां–सां—ग—ग–म—सां—ध–नि–
अर्ज़ किया है हमने भी
ग—प—प–ग–सा– सा–सा–रे–
लिखा है कुछ तेरे बारे में है
ग–रे–ग–रे–ग–सा–रे–सा–रे-ग–
ऐसे तू लगे कि गुलाब है
ग–ग–ग–ग–ग– म–ग–रे—प–म–ग–रे–
और ऐसे तू लगे कि गुलाब है
सा–रे–रे–ग– ग–ग–ग—म–ग–रे—प–म–
बागों के दिल में खिलके
सा–रे–रे-ग–ग–ग–ग–ग–
इन फिज़ाओं में
म–ग–रे—ग–सा–
छाए हो हाय
ऩि–सा–रे—ग—रे—सा—रे-सा-ऩि–
और वैसे हम तो तेरे ही गुलाम हैं
सा–रे–रे–ग—ग–ग–ग–म—म–ग–रे—प–म–ग–रे–
और वैसे हम तो तेरे ही गुलाम हैं
सा–रे–रे–ग– ग–ग–ग–म—म–ग–रे—प–म–
बादशाह दिल के तेरी बाज़ी में जो तू
ग–म–प—प—प–प–ध—प–म–ग—रे—ऩि–
चाहे तो आ आ आ
ऩि–सा–रे—ग—रे—म–ग–रे–
डूबे दिलो की क्या नाव बनूं
प—ध—प–ग—रे– ग–ग—म-ग–रे–रे–
मैं खुद तैर पाऊं ना आँखों में
रे–रे—ग-रे–सा–सा—सा—सा–सा—रे-सा–ऩि–

