**अगर आप बांसुरी बजाते है तो बांसुरी का स्केल होगा :- D#**
मिले तो तुम
ग–ध—प–ग—
कभी नहीं
ग–प—म–ग—
मेरी हसरत क्यों भड़काई बेवजह
सा–रे–ग–म–ग–म–ग–म–ग–म–ग–रे–ग—रे–सा–ऩि—
के तुम बिना
ग–ध—प–ग—
जिए अगर
ग–प—म–ग—
हुआ कैसे ना ये जीना राएगा
सा–रे–ग–म–ग–म–ग–म–ग–म–ग–रे–ग—रे–सा–ऩि—
दरिया मेरे दिल का ये बहता ना
रे–ग–ग—रे–ग–ग—रे–ग–रे–सा–सा–ऩि–
दुखी दिल की सदा कुछ ये कहता ना
रे–ग–ग—रे–ग–ग—रे–ग–रे–सा–सा–ऩि–
इसकी खामोशी की तू वजह है ना
रे–ग–ग—रे–ग–ग—रे–ग–रे–सा–सा–ऩि–
दिल से तंग आ गया यही सज़ा है ना
रे–ग–ग—रे–ग–ग—रे–ग–रे–सा–सा–ऩि–
उल्फतों में नहीं कोई पैमाना
रे–ग–ग—रे–ग–प—म–ग–रे–सा–सा–ऩि–
मेरे अपनों का मुझसे ये कहना था
रे–ग–प–म–म–ग–रे–रे–रे–ग–रे–सा–सा–ऩि–
सुरमई तेरी आँखों में बह जाना
रे–ग–ग—रे–ग–ग—रे–ग–रे–सा–सा–ऩि–
क्या पता तेरे ग़म में ही रहना था…
रे–ग–प–म–म–ग–रे–रे–रे–ग–रे–सा–सा–ऩि—सा—रे—
क्यों यूँ सहते सहते
सा—सा–रे–सा–ऩि–ध़–प़–ध़–सा–ऩि–
दिल को ग़म खा चुका मेरी जान
प़–सा–ऩि—प़–सा–ऩि—प़–सा–ऩि—
क्यों यूँ रहते रहते
सा—सा–रे–सा–ऩि–ध़–प़–ध़–सा–ऩि–
दिखे ना कोई दिशा…
प़–सा–ऩि—प़–सा–ऩि—ऩि–सा–रे–ग—म–
क्यों यूँ सहते सहते
म—म–प–म–ग–रे–रे–म–ग–
दिल को ग़म खा चुका मेरी जान
ऩि–म–ग—ऩि–म–ग—ऩि–म–ग—
क्यों यूँ रहते रहते
म—म–प–म–ग–रे–रे–म–ग–
दिखे ना कोई दिशा
सा–रे–सा–रे–सा–ऩि–ऩि—
जो तू नहीं तो ऐ-
ऩि–ऩि–सा–ऩि–ध़–ध़—
सा मैं चेहरा के जिसकी
ध–प–म—ग–प–प—म–ग–रे–सा–
खूबसूरती मंद पड़ी हो
सा–रे–ग–म–ग–म–रे–म–ग–रे–सा–ऩि–ध़–
ऐसा मैं दरिया
ध़—ध–प–म—ग–प–प—
जो बहना ना चाहे
प–प–प–प—म–प–म–ग–ग–
जो तू नहीं तो ऐ-
ऩि–ऩि–सा–ऩि–ध़–ध़—
सा मैं चेहरा के जिसकी
ध–प–म—ग–प–प—म–ग–रे–सा–
खूबसूरती मंद पड़ी हो
सा–रे–ग–म–ग–म–रे–म–ग–रे–सा–ऩि–ध़–
ऐसा मैं दरिया
ध़—ध–प–म—ग–प–प—
जो बहना ना चाहे
प–प–प–प—म–प–म–ग–ग–

