अगर आप बांसुरी बजाते है तो बांसुरी का स्केल होगा :- G#
पल पल जीना मुहाल
रे–ऩि–सा–सा—सा–ऩि–
मेरा तेरे बिना
रे–रे–सा–सा—सा–ऩि–
ये सारे नशे बेकार
ऩि-रे–रे–सा–सा—सा–ऩि–
तेरी आँखों के सिवा
रे–रे–सा–सा–ध़–सा–ऩि–
घर नहीं जाता मैं बाहर
रे–ऩि–सा–सा—सा–ऩि–
रहता तेरा इंतज़ार
रे–रे–सा–सा–सा–सा–ऩि–
मेरे ख्वाबों में आ ना
रे–रे– सा–सा–सा–ऩि–ऩि–
कर के सोलह सिंगार
रे–रे–सा–सा—सा–ऩि–
मैं अब क्यों होश में आता नहीं
रे-रे–ऩि–सा–सा-सा-सा–सा–ऩि–
सुकून ये दिल क्यों पाता नहीं
रे-रे–ऩि–सा–सा–सा–सा–ऩि–
क्यों तोड़ूं खुद से जो थे वादा
रे-रे–ऩि–सा–सा–सा–सा–ऩि–ऩि–
कि अब ये इश्क निभाना नहीं
रे-रे–ऩि–सा–सा-सा-सा–सा–ऩि–
मैं मोड़ूं तुमसे जो ये चेहरा
रे-रे–ऩि–सा–सा–सा–सा–ऩि–ऩि–
दुबारा नज़र मिलाना नहीं
रे-रे–ऩि–सा-सा–सा-सा–सा–ऩि–
ये दुनिया जाने मेरा दर्द
रे-रे–ऩि–सा–सा–सा–सा–ऩि–
तुझे ये नज़र क्यों आता नहीं
रे-रे–ऩि–सा-सा–सा-सा–सा–ऩि–
सोहणेया यूँ तेरा शरमाना मेरी जान ना लेले
ग–ग-ग–म–म–ग–ग–रे–रे–ग–सा–रे—रे-रे–सा–सा-रे-ग–
कान के पीछे जुल्फ छुपाना मेरी जान क्या कहने
ग–ग-ग–म–म–ग–ग–रे–रे–ग–सा–रे—रे-रे–सा–सा-रे-ग–
ज़ालिमा तौबा तेरा नखरा इसके वार क्या कहने
ग–ग-ग–म–म–ग–ग–रे–रे–ग–सा–रे—रे-रे–सा–सा-रे-ग–
थाम के बैठे दिल को घायल कहीं हार ना बैठें
ग–ग-ग–म–म–ग–ग–रे–रे–ग–सा–रे—रे-रे–सा–सा–
तेरी नज़रें मुझसे क्या कहती हैं
ग–ग–ग-ध-ध–ध–ध–प–प–म–ग–
इनमें वफ़ा बहती है
ग-ध-ध–ध–प–प–म–ग–
थोड़ी थोड़ी सी राज़ी
ध–ध–ध–प–प–म–ग–
थोड़ी सी खफा रहती हैं
ग–म–म–ग–रे–रे–सा–रे–
लोग हैं ज़ालिम बड़े
ग-ध—ध–प–प–म–ग–
इनमें जफ़ा देखी है
ध–ध–ध–प–प–म–ग–
ये दुनिया तेरी नहीं मैं
ग-ध-ध–ध–प–प–म–ग–
ने तुझमें हया देखी है
ग–म–म–ग–रे–रे–सा–ऩि–
जीना मुहाल
सा–सा—सा–ऩि–
मेरा तेरे बिना
रे–रे– सा–सा–सा–ऩि–
ये सारे नशे बेकार
ऩि-रे–रे–सा–सा—सा–ऩि–
तेरी आँखों के सिवा
रे–रे–सा–सा–ध़–सा–ऩि–
घर नहीं जाता, मैं बाहर
रे–ऩि–सा–सा—सा–ऩि–
रहता तेरा इंतज़ार
रे–रे–सा–सा–सा–सा–ऩि–
मेरे ख्वाबों में आ ना
रे–रे– सा–सा–सा–ऩि–ऩि–
कर के सोलह सिंगार
रे–रे–सा–सा—सा–ऩि–

